जायसी-तुलसी-वाली अवधी भासा केरि नेट पत्रिका
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धन्यवाद माधव भैया-
इस पुस्तक पर स्वतन्त्र रूप से की गयी यह पहली टिप्पणी है|पढीस जी युग चेता थे उन्होंने अवधी वालों जो दिशा दिखाई आधुनिका अवधी के तमाम कवि उनके पगाचिन्हों पर चलकर आज भी अवधी की सेवा कर रहे हैं-(राष्ट्रीय सहारा में प्रकाशित )
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