रपट :अवधी महोत्सव
अवध ज्योति
का
नेपाली- अवधी विशेषांक
14 मार्च (रविवार),लखनऊ वि.वि.के मालवीय सभागार मइहाँ अवध भारती समिति ,हैदरगढ, बाराबंकी द्वारा अवधी महोत्सव क्यार आयोजन कीन गवा । ई बेरिया लखनऊ -दिल्ली के अलावा नेपाल देस के तमाम अवधी भासा केर बिद्वान बोलाये गे। समिति कि तरफ ते अवधी भासा मा काम कै रहे करीब 50 अवधी कबि औ लेखकन क्यार शाल औ प्रतीक चिन्ह दै कै सम्मान कीन गवा। करीब दस किताबन क्यार लोकार्पन कीन गवा।लोक गीत गावै वाले कलाकार समा बाँधि दीन्हेनि। फिर अवधी कबि सम्मेलनौ भवा।
‘अवधी की सार्वभौमिकता’ बिसय पर खास बिद्वानन के भासन कराये गे। यहि गोस्ठी मा नेपाल के अवधी बिद्वान लोकनाथ वर्मा ‘राहुल’ के अलावा,डाँ.सूर्यप्रसाद दीक्षित,डाँ.हरिशंकर मिश्र,डाँ.टी.एन.सिंह,जगदीस पीयूश,रामबहादुर मिश्र,सुशील सिद्धार्थ ,भारतेन्दु मिश्र,राकेश पांडेय,ज्ञानवती दिक्षित आदि अपनि बात रक्खेनि। यहि अवसर पर समकालीन अवधी कबि लेखकन कि किताबन केरि प्रदर्शनी लगायी गय।
यहि बेरिया अवधज्योति परिका क्यार नेपाली-अवधी विशेषांक सबका बितरित कीन गवा। नेपाली अवधी के कबि लेखकन ते मिलिकै जिउ खुस हुइगा। जब यू पता चला कि नेपाल मइहाँ रेडियो ते अवधी भासा मा समाचार पढे जाति हैं। तमाम पत्रिका अवधी मा निकारी जाती हैं। अवधी सांस्कृतिक प्रतिष्ठान ,नेपाल गंज द्वारा छापी गयी चित्रावली देखिकै बहुत नीक लाग।नौजवान साथी भैया आनन्द गिरी ‘मयालु’ ते मिलिकै तौ बहुत मजा आवा। मयालु भैया अवधी भासा मइहाँ ताजा समाचार एफ.एम.रेडियो जन आवाज ते पढति हैं। हुआँ साँचौ अवधी भासा मइहाँ बहुत काम हुइ रहा है। जनता जागरूक हुइगै है।
भैया रामबहादुर मिसिर 16 साल ते अवध भारती अपनेहे साधन ते निकारि रहे हैं यह बडी बात है।यहि अंक मा खास बात यह है कि यहिमा करीब तीस नेपाल के अवधी कबिन क्यार परिचय दीन गवा है। ई बिधि के आयोजनन ते बडी नयी जानकारी मिलति है।भैया राम बहादुर बधाई के पात्र हैं।
गुरुवार, 18 मार्च 2010
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3 टिप्पणियां:
आपका ब्लॉग पढ़कर मुझे अतीव प्रसन्नता होती है और अफसोस होता है कि--'हाय हसन हम (काहे न अवधी भये) न हुए।'
अवधी महोत्सव की रपट रोचक है। कारवाँ तेजी से आगे बढ़ रहा है, बधाई।
nice
नेपाल कै सूचना से बहुत खुशी भै !
वाकही भैया राम बहादुर बधाई के पात्र हैं।
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