बेसरमन
की बाड
16
घुघुरी लूटैं
लरिकवा/गुडिया पीटै जाँय
सावन गावैं
मेहेरुआ/झूलि-झूलि अठिलाँय।
17
साँप घटि गये,छँटि
गवा- गाँवन का खलझार
नई चाल के आयगे
/लोखरी अउर सियार।
18
सबके हाथे मा सजा/है
मुहबाइल फोन
बिना सिफारिस मिल
रहा /अब मुहमाँगा लोन।
19
परे दुआरे ठूँठ
अस/बुढऊ है पगलान
अब सब पौरुख घटि
गवा/रहैं बडे बलवान।
20
फूफू की चिट्ठी मिली
/बहुत दिनन के बादि
चिट्ठी फोटू बनि गवै
/सबकुछ आवा यादि।
21
पुरवैया सनकी
कहूँ/उमस भरी चहुँ ओर
बूँद गिरी,नाचै
लगे/सबके मन मा मोर।
22
उज्जल कुरता पहिन
कै/नेता पहुँचे गाँव।
बरखा के बगुला
भये/आवा जहाँ चुनाव।
23
अब म्याडन पर उगि
रही/ बेसरमन की बाड
बुआ पियासी,बहुरिया
/खोलेसि नही केंवाड।
24
बेरी का काँटा
भईं/रिस्तेदारी खाज
खूनु चुवै सब मौज
लें/द्याखै गाँव समाज।
25
नान्हि चिरैया ला
रही/ तिनुका तिनुका बीनि
गाभिन कइकै हुइ
गवा/चिडा एक दुइ तीन।
26
धीरे-धीरे धसकि
गै/पुरबह केरि देवाल।
अब पच्छिम की राह
है/अमरीका चौपाल।
27
का अवधी का आदमी/ठसक
रही ना आन
डेहरी छूटी घर
गवा/बोली तौ पहिचान।
28
झाँडे जंगल बिसरि
गा/नींबी केरि दतून
सरबत पानी बतकही/अउर
तमाखू चून।
29
कुँइया का पानी
पिया/ बहुत दिनन के बादि
किस्सा आये
सैकडो/यकबक हमका यादि।
30
कोल्हू मा गोई
जुतैं/ऊखै पेरी जाँय।
खोई झ्वाकै राति
भर/तब ताजा गुड खाँय।
*भारतेन्दु मिश्र
1 टिप्पणी:
बहुत बढ़िया, लाजवाब.
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