शनिवार, 11 नवंबर 2017

चलौ खिचरी बनाई पिया
जी.एस.टी. चोट बुरी कस होटल जाई पिया
आंटा गील दाल का संकट कैसे जाय जिया
चलौ खिचरी बनाई पिया|
नई सदी की राजनीतिमा या रेसिपी अलबेली है
दाल चारि दाना विपच्छ जस चउरन की रंगरेली है
चुटकी भरि हरदी मा भगुआ रंगु चढ़ाय लिया|
येहि खिचरी ते किस्मत चमकी बाबा बाबू की
कौसल बाढी औरु नौकरी लागी राजू की
अर्थव्यवस्था के संकट का मोर्चा मार लिया|
लरिका बिटिया,बूढा बुढऊ सब मिलिकै खइहैं
जोगी- मोदी, मोदी -जोगी के सब गुन गइहैं
दुनिया के बैपारी आवै लगिहैं हुआँ हियाँ |
(@भारतेंदु मिश्र,खुसबू की गठरी )

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