#बतकही जरूरी आय # (ललाम लेख -7 )
#मिसिर भारतेंदु
आपस मा बतलात रहेव तो समस्या क्यार समाधानु मिल जाई | जिद्दी सुभाव ते कौनौ काम न चली अड़ियल मनई जल्दी बिलाय जाति हवै |अहंकारी मनई कि बुद्धि पहले वाहिका साथ छोडि के चुपाय जाति है , फिर अपने हाथ औ जुबान पर ते वहिकी पकड़ छूटि जाति हवै|जब अतना सब होई तो मारपीट सुरू होबै करी माने हिंसा होय लागी|हिंसा चाहै जहां होय चाहे जिनके बीच होय मारा गरीब मनई जाति है| गरीब कि कोई संस्कृति नहीं वहिकी कोई भासा नहीं ,माने वहिकी जिन्दगी क्यार कोई मतलब नहीं है|
अब ई साईत द्याखो कोरोना काल मा सबते जादा मनई अमरीका मा मरि चुके हैं तहूँ हुआ नस्ली हिंसा जारी है| "ट्रंप" कि जुबान वुनके काबू म नहीं है| ई कुदरती बेमारी ते वैसेहे लाखन मनई मर रहे हैं तो ई बड़के नेतवन का सोच समझिके बयान जारी करेक चही| काल्हि तो गजबे हुइगा कि नस्ल- भेद के खिलाफ लड़ैया महात्मा गांधी के पुतले पर नस्ली बहादुर अपन जोर आजमाय के देखा दीन्हेनि कि वुइ कतने बड़े जंगली जानवर हवैं| हमार नेतवा अबै ई घटना पर कौनिव किरिया प्रतिकिरिया नही कीन्हेनि|
ऐसी चीन के "शी" पर जब दबाव बना तो कुछ वुनकै राजनीति केर बर्फ झरी है|अब सुनाति आय कि बतकही ते मसाला सुलझाय लीन जाई| यू 'ट्रंप' अपने घर की आगि बुझाय नही पायेसि ,हिंया चीन और भारत के बीच समझौता करावे बदि हरबर देखात है| तनी भारत सरकार औ चीन कि समझदारी ते लड़ाई क्यार माहौल ठीक होत नजर आय रहा है| लेकिन कुछ अबही कहना ठीक नहीं है,बहरहाल बतकही जरूरी आय|
ई मेल के नकली बयान बहादुर खबीस नेतवन कि अपने हिंया माने भारत मा कमी नहीं है| और कुछ होय चहै न होय वह याक मसल जो कही जाति है कि ' का पूत बतनौ के अभागी हैं?' तो हमरे तमाम अवधिया नेतवा बदफरूसी के मेडल बिजेता देखाई देत हवैं| अवधी के ई सपूत कम ते कम पचास भारत कि संसद मा बिराजमान हवैं औ उत्तरप्रदेश सरकार कि विधानसभा, विधानपरिसद मा मिलायके सैकरन बिधायक औ एमएलसी जरूर हुइहै- ई सब गरीब अवधियन के वोट ते राजनीति मा आये हैं| ई सब जानत, मानत हैं बयान देत मिलत हैं कि अवधी भासा खातिर कुछ बड़ा काम करना है | एक कौनो बिधायक जब अवधी पर बिधान सभा म बात उठाएस तो वाहिका अपनेहे बदफरूस नेता समर्थन नहीं कीन्हेनि| कुछ तो लपकि के वाहिका मुंहु चापै खातिर तैयार हुइगे|
अब सरकार बहादुर गोरखबाबा के भगत गोरखबानी के बिदुआन कुछ करैं तो बहुत नीक बात आय | न करिहैं तो हम गरीब अवधिया मनई उनका का बिगार लेबै ...?..बस अपने पास तो यहै बतकही आय तो येहिका जारी रखना है|
बतकही जरूरी है मुला बतकही औ बदफरूसी क फर्क जाने रहेव|
जय अवधी ,जय अवधिया
# भारतेंदु मिश्र
#मिसिर भारतेंदु
आपस मा बतलात रहेव तो समस्या क्यार समाधानु मिल जाई | जिद्दी सुभाव ते कौनौ काम न चली अड़ियल मनई जल्दी बिलाय जाति हवै |अहंकारी मनई कि बुद्धि पहले वाहिका साथ छोडि के चुपाय जाति है , फिर अपने हाथ औ जुबान पर ते वहिकी पकड़ छूटि जाति हवै|जब अतना सब होई तो मारपीट सुरू होबै करी माने हिंसा होय लागी|हिंसा चाहै जहां होय चाहे जिनके बीच होय मारा गरीब मनई जाति है| गरीब कि कोई संस्कृति नहीं वहिकी कोई भासा नहीं ,माने वहिकी जिन्दगी क्यार कोई मतलब नहीं है|
अब ई साईत द्याखो कोरोना काल मा सबते जादा मनई अमरीका मा मरि चुके हैं तहूँ हुआ नस्ली हिंसा जारी है| "ट्रंप" कि जुबान वुनके काबू म नहीं है| ई कुदरती बेमारी ते वैसेहे लाखन मनई मर रहे हैं तो ई बड़के नेतवन का सोच समझिके बयान जारी करेक चही| काल्हि तो गजबे हुइगा कि नस्ल- भेद के खिलाफ लड़ैया महात्मा गांधी के पुतले पर नस्ली बहादुर अपन जोर आजमाय के देखा दीन्हेनि कि वुइ कतने बड़े जंगली जानवर हवैं| हमार नेतवा अबै ई घटना पर कौनिव किरिया प्रतिकिरिया नही कीन्हेनि|
ऐसी चीन के "शी" पर जब दबाव बना तो कुछ वुनकै राजनीति केर बर्फ झरी है|अब सुनाति आय कि बतकही ते मसाला सुलझाय लीन जाई| यू 'ट्रंप' अपने घर की आगि बुझाय नही पायेसि ,हिंया चीन और भारत के बीच समझौता करावे बदि हरबर देखात है| तनी भारत सरकार औ चीन कि समझदारी ते लड़ाई क्यार माहौल ठीक होत नजर आय रहा है| लेकिन कुछ अबही कहना ठीक नहीं है,बहरहाल बतकही जरूरी आय|
ई मेल के नकली बयान बहादुर खबीस नेतवन कि अपने हिंया माने भारत मा कमी नहीं है| और कुछ होय चहै न होय वह याक मसल जो कही जाति है कि ' का पूत बतनौ के अभागी हैं?' तो हमरे तमाम अवधिया नेतवा बदफरूसी के मेडल बिजेता देखाई देत हवैं| अवधी के ई सपूत कम ते कम पचास भारत कि संसद मा बिराजमान हवैं औ उत्तरप्रदेश सरकार कि विधानसभा, विधानपरिसद मा मिलायके सैकरन बिधायक औ एमएलसी जरूर हुइहै- ई सब गरीब अवधियन के वोट ते राजनीति मा आये हैं| ई सब जानत, मानत हैं बयान देत मिलत हैं कि अवधी भासा खातिर कुछ बड़ा काम करना है | एक कौनो बिधायक जब अवधी पर बिधान सभा म बात उठाएस तो वाहिका अपनेहे बदफरूस नेता समर्थन नहीं कीन्हेनि| कुछ तो लपकि के वाहिका मुंहु चापै खातिर तैयार हुइगे|
अब सरकार बहादुर गोरखबाबा के भगत गोरखबानी के बिदुआन कुछ करैं तो बहुत नीक बात आय | न करिहैं तो हम गरीब अवधिया मनई उनका का बिगार लेबै ...?..बस अपने पास तो यहै बतकही आय तो येहिका जारी रखना है|
बतकही जरूरी है मुला बतकही औ बदफरूसी क फर्क जाने रहेव|
जय अवधी ,जय अवधिया
# भारतेंदु मिश्र
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